After the end of the Bill Installment Scheme (OTS), the electricity department’s action intensified, those who commit theft will not have to go to jail.

 

Indiannewsplus: बिल के किश्तों की स्कीम (O.T.S) खत्म होने के बाद बिजली विभाग की कार्रवाई तेज, कटिया डालकर चोरी करने वालों की खैर नहीं जाना पड़ेगा जेल(After the end of the Bill Installment Scheme (O.T.S.), the electricity department’s action intensified, those who commit theft will not have to go to jail.)

विद्युद विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बार 125000 उन उपभोक्ताओं को चिन्हित किया है जो 5 से 9 kv का कनेक्शन ले रखे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को जनवरी माह का बिजली बिल भी विलंब से मध्यांचल देगा। बिजली विभाग को शक है कि यह उपभोक्ता कहीं बिजली मीटर में छेड़छाड़ करके राजस्व की हानि तो नहीं कर रहे हैं। फिरोजाबाद जिले के एक गांव में कटिया डालकर कर रहे थे बिजली चोरी। विभाग ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। विद्युत विभाग और विजिलेंस की टीम ने एक साथ कार्रवाई से गांव में खलबली मच गई। चोरी का सामान टीम ने मौके से जब्त किया है। बता दें कि सरकार ने 15 जनवरी को ही ओटीएस स्कीम को बंद किया था।

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में बैठे काबिल अभियंताओं ने इस बार सवा लाख उन उपभोक्ताओं को टारगेट किया है, जो पांच से नौ किलोवाट का कनेक्शन ले रखे हैं:

एक मुश्त समाधान (ओटीएस) समाप्त हो चुकी है। अब बिजली चोर व बड़े बकाएदारों पर विद्युत विभाग का डंडा चलना शुरू हो गया है। विद्युत विभाग ने शुक्रवार को एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों के विरुद्ध बिजली चोरी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। वहीं लाखों का बिल बकाया होने पर 100 से अधिक घरों के कनेक्शन भी काटे गए।

एसडीओ दुष्यंत कुमार व कयामुद्दीन खान ने चिकिंग अभियान शुरु:

एसडीओ दुष्यंत कुमार व कयामुद्दीन खान ने बिल बकाया होने पर 18 घरों कनेक्शन कटवा दिया। वहीं कई घरों में मीटर लगवाए गए। सिरसागंज में एसडीओ धर्मेंद्र राजपूत ने विद्युत व विजिलेंस टीम के साथ गांव कीठौत, चिरौली में डोर-टू-डोर चेकिंग कराई गई। इस दौरान 14 घरों में ग्रामीण कटिया डालकर बिजली चोरी करते पकड़े गए। यूपीएसआइडीसी विद्युत स्टेशन के तहत टापाखुर्द व चनौरा में सुबह नौ बजे अभियान शुरू हुआ।

एमआरआई के माध्यम से होगी चेकिंग:

वर्तमान में सामान्य मीटरों की तरह इनकी रीडिंग होती थी। अब मीटर रीडिंग इंस्ट्रूमेंट (एमआरआई) के जरिए बड़े उपभोक्ताओं पर नजर रखी जाएगी। बिजली चोरी व लाइन लास पर कुछ हद तक अभियंताओं ने लगाम लगाई है लेकिन कई खंड ऐसे हैं जो बहुत प्रभावी कार्रवाई नहीं कर सके हैं। बिजली विभाग को शक है कि यह उपभोक्ता कहीं बिजली मीटर में छेड़छाड़ करके राजस्व की हानि तो नहीं कर रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को जनवरी माह का बिजली बिल भी विलंब से मध्यांचल देगा।

UP के लगभग सभी जिलों में आदेश:

मध्यांचल ने अपने सभी 19 जिलों के 125000 उपभोक्ताओं के लिए यह आदेश जारी कर दिया है। कि जो उपभोक्ता पांच से नौ किलोवाट का कनेक्शन ले रखे हैं। उनका January का बिजली का बिल लेट आयेगा  और मध्यांचल विदुत निगम के निदेशक योगेश कुमार कहते हैं कि मीटर रीडिंग इंस्ट्रूमेंट (एमआरआई) के जरिए पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ताओं को त्रुटिरहित बिल मिल सकेंगे। कुल मिलाकर मीटर की पूरी स्कैनिंग कर मीटर की पूरी जांच हो सकेगी। मीटर में किसी भी प्रकार की छोटी या बड़ी छेड़छाड़ कभी की गई होगी तो एमआरआई में सामने आ जाएगी। अब एमआरआई का नया झुनझुना काबिल अभियंताओं ने तैयार किया है।

बिजला चोरी कर केस

बिल के किश्तों की स्कीम (O.T.S) 16 जनवरी को ख़तम होने के बाद मध्यांचल विधुत निगम लिमिटेड के तेवर बाद गए है अब वह बिजली चोरी करने वाले उपभोक्तायों के खिलाफ आर पार के मूड में है अगर बिल बकाया है तो connection कट कर रहे है अगर कही चोरी करते पकडे जाते हो तो जेल के साथ साथ जुरबाना भी भरना पड़ेगा

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